एर्नाकुलम जिला बाल कल्याण समिति ने शनिवार को स्कूल के नेताओं, कक्षा के नेताओं और स्कूल संसद के प्रभारी शिक्षकों के लिए ‘बुराई और मनोगत प्रथाओं को रोकने के लिए वैज्ञानिक स्वभाव बनाना’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया।
केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति पीवी कुन्हीकृष्णन ने एर्नाकुलम पब्लिक लाइब्रेरी में सेमिनार का उद्घाटन किया।
उन्होंने छात्रों से रीति-रिवाजों और कुरीतियों के बीच अंतर करने के लिए कहा और उनसे जाति या धर्म के आधार पर दोस्तों का चयन न करने को कहा। उन्होंने कहा कि अंधविश्वास और कुरीतियों से लड़ने के लिए समाज को एक साथ रहना चाहिए और इसके लिए स्कूल स्तर से ही गतिविधियों की योजना बनानी चाहिए।
एर्नाकुलम जिला बाल कल्याण समिति के उपाध्यक्ष केएस अरुणकुमार ने उस कार्यक्रम की अध्यक्षता की जिसमें मेयर एम. अनिलकुमार ने मुख्य भाषण दिया।
विधायक केएन उन्नीकृष्णन और टीजे विनोद ने बात की।
पुलिस उपायुक्त (कानून और व्यवस्था), कोच्चि शहर, एस शशिधरन ने मादक पदार्थों के प्रसार के खिलाफ एक संगोष्ठी का उद्घाटन किया। सहायक पुलिस आयुक्त, नारकोटिक सेल, कोच्चि, केए अब्दुल सलाम ने विषय प्रस्तुत किया।