अतिरिक्त कलेक्टर (स्थानीय निकाय) गरिमा अग्रवाल ने आंगनवाड़ी शिक्षकों और पर्यवेक्षकों से पोषण और स्वास्थ्य ट्रैकिंग सिस्टम (एनएचटीएस) मोबाइल एप्लिकेशन का अधिक कुशल और पारदर्शी तरीके से पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए उपयोग करने का आह्वान किया है।
वह शुक्रवार को यहां महिला विकास एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा एनएचटीएस मोबाइल एप और पूरक पर्यवेक्षण आहार कार्यक्रम (एसएसएफपी) पर प्रशिक्षकों के दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण के समापन सत्र में बोल रही थीं।
प्रतिभागियों को ऑनलाइन डेटा इनपुट प्रारूपों और ऐप की अन्य मुख्य विशेषताओं से परिचित कराया गया, जिसे शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर को कम करने के प्रयासों के तहत गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, छह साल से कम उम्र के बच्चों के नाम-आधारित ट्रैकिंग के लिए विकसित किया गया है। मृत्यु अनुपात और कुपोषण।
जिला कल्याण अधिकारी सबिता कुमारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित थे।