What is Stock Market in Hindi : आज हम बात करेंगे कि Stock Market क्या होता है? और यह भी जानेंगे कि Stock Market को कैसे यूज करना है!

Scam 1993 हर्षित मेहता की वेब सीरीज तो आपने देखी ही होगी, उसमें उन्होंने कहा कि Share Market एक ऐसा कुआं है जो पूरे देश की प्यास बुझा सकता है.
इससे पहले हम जान लेते हैं कि investment कितने प्रकार के होते हैं.
Types of investment
Types | Return | Money Double |
Fixed Deposit | 5% | 14 Year |
Debt Fund | 5% | 14 Year |
Real Estate | Negative | इसमें उल्टा पैसा कम हो जाता है. |
Gold | 9% to 10% | 8 Year |
Saving account | 2% to 3% | 24 Year |
Current account | 0% | Null |
Share Market | 18 to 20% | 4 Year |
Share Market में investment दो तरीके से होता है.
- Mutual Fund
- Buy Company’s Share
Mutual Fund क्यों होता है?
Mutual Fund में अगर आप पैसा लगाते हो तो इसमें आपको रिस्क बहुत कम होता है जब आप Mutual Fund में पैसा डालते हो तो कोई और आपके पैसे को मैनेज करता है Mutual Fund में आप SIP कर के हर महीने थोड़े थोड़े पैसे इन्वेस्ट करके अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं SIP में आप ₹100 पर Month से भी शुरू कर सकते हैं.
इसमें इन्वेस्ट करने से पहले आपको Share Market के बारे में प्रॉपर नॉलेज होनी चाहिए क्योंकि इसमें रिस्क थोड़ा बढ़ जाता है इसलिए लोग इसमें इन्वेस्ट करना छोड़ देते हैं
भारत में केवल 3.5% लोग ही शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं वहीं दूसरी ओर अमेरिका में 55% लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं.
लेकिन आप इस पोस्ट को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट को लेकर आपको सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे इसलिए मेरा आपसे निवेदन है कि आप इस पोस्ट को बुरा जरूर पढ़ें.
शेयर मार्केट में असफल होने के क्या कारण है?
पहले हम जानेंगे कि आखिर हम स्टॉक मार्केट में असफल क्यों हो जाते हैं और हमें इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करना है.
Reason of losses in stock market
- Risk appetite
- Knowledge ki Kami
- India mein stock market ko Lekar koi bhi dedicated course Nahin Hai.
- scandal and frauds
लेकिन इसके अलावा भारत में कुछ लोग हैं जिन्होंने स्टॉक मार्केट से बहुत अच्छा पैसा कमाया है जिसमें से हैं….
- Rakesh Jhunjhunwala
- Raamdeo Agrawal
- Vijay Kedia
- Radhakishan Damani
What is Stock Market in Hindi : 10 Fundamental

अगर आपको शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट की किक चाहिए तो इधर उधर से फालतू की टिप मांगना छोड़ दो बस इसके बारे में सीखो और लाइफ में आगे बढ़ जाओ.
आज मैं आपको शेयर मार्केट के बारे में 10 पॉइंट बताऊंगा जिसको अगर आपने समझ लिया तो आप शेयर मार्केट के एक्सपर्ट बन जाओगे तो चलिए जानते हैं इन 10 पॉइंट्स के बारे में.
- Business cycle – Atlas 11 years
- Growth Consistency
- leadership in directly proportional to longevity
- Zero debit
- Promoters should have higher stock at least 51%
- Profit after tax (net profit) 25% growth per year
- Companies revenue and unit sales growth by 10% to 15%
- net operating cash flow
- return on capital employed
- return on equity
Business cycle – Atlas 11 years
इस पॉइंट में अगर हम बात करें तो कोई भी कंपनी जिस मैं हम इन्वेस्ट कर रहे हैं, वह कम से कम 11 साल पुरानी होनी चाहिए ताकि हमें यह पता चल सके कि कंपनी ने 11 साल में कितना रिटर्न दिया है क्योंकि कंपनी जितनी पुरानी होगी आपको उतनी ही आसानी होगी. क्योंकि हम इन 11 सालों में कंपनी ने कितना लॉस पाया है और कितना लोगों को रिटर्न दिया है यह हम अच्छे से देख कर उसमें इन्वेस्ट कर सकें.
- Eicher Motor जो 73 Year पुरानी कंपनी है, जिस के सीईओ सिद्धार्थ लाल है इस कंपनी ने पिछले 6 साल में 50% का रिटर्न दिया है.
- Britannia Industries Ltd.129 साल पुरानी कंपनी है इस कंपनी का एवरेज रिटर्न 28% का है.
- HDFC Bank 27 साल पुरानी कंपनी है इसने भी एवरेज रिटर्न 18% का दिया है HDFC ने हर 4 साल में पैसा डबल करके दिया है.
Growth Consistency
दूसरा पॉइंट है कि कंपनी की ग्रोथ में Consistency होनी चाहिए, जो पूरे देश की GDP से दोगुना रिटर्न देनी चाहिए, देश की GDP जिस रेट पर ग्रो कर रही है यह कंपनी उससे दोगुना ग्रोथ करनी चाहिए !
GDP क्या है?
GDP का मतलब होता है देश में जो भी प्रोडक्ट और सर्विस बुक का हो उन सब का टोटल होता है “GDP”
इसको एक उदाहरण से समझते हैं…….
पूरा देश 1 साल में जो सेल कर रहा है वह 5% बढ़ रही है तो कंपनी को हमें 10% रिटर्न देना होगा,
हमें उस कंपनी में इन्वेस्ट करना है जो हमें जीडीपी से ज्यादा रिटर्न दे सकें !
leadership in directly proportional to longevity
इस पॉइंट में हमें यह जानना है कि हम जिस कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं वह लंबा टिकेगी या नहीं कंपनी का लीडर कौन है? कंपनी को मैनेज कौन कर रहा है? और हमें उस व्यक्ति के बारे में यह सारी जानकारी लेनी है.
Leadership मैं क्या चेक करें?
- पहले आप जिस कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं उस कंपनी के लीडर के बारे में रिसर्च करो
- उस आदमी का बैकग्राउंड चेक करो कि उस पर कोई कोर्ट केस तो नहीं चल रहा
- वह व्यक्ति इन्वेस्टर के पैसों के साथ कोई खिलवाड़ तो नहीं करता है
- उस आदमी पर SEBI या RBI का कोई झगड़ा तो नहीं चल रहा
- आपको लेटर के बारे में हर वह जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको यह भरोसा हो जाए कि मेरा पैसा कहीं जाएगा नहीं.
Zero debit
इसका मतलब है कि कंपनी में कर्जा कितना है अगर कंपनी में कोई लोन या इंटरेस्ट नहीं है तो वहां पर प्रॉफिट बहुत ज्यादा होता है क्योंकि अगर कंपनी पर लोन बहुत ज्यादा हो तो इन्वेस्टर को ज्यादा रिटर्न नहीं मिल पाता है.
कौन सी कंपनी है जो कर्ज से खत्म हो गई है?
- Bhushan Steel Limited पर 44,478 करोड़ का कर्ज
- Lanco Infratech Limited पर 44,364 करोड़ का कर्ज
- Essar Steel Limited पर 37,284 करोड़ का कर्ज
- Alok industries पर 22,075 करोड़ का कर्ज
- Amtek auto limited पर 14,074 करोड़ का कर्ज
- monnet Ispat and Energy Limited पर 12,115 करोड़ का कर्ज
- Jaypee Infratech Limited पर 9,635 करोड़ का कर्ज
यह कंपनियां कर्ज में डूब कर पूरी तरह से खत्म हो गई.
इसलिए हमें उस कंपनी को चुनना है जो कर्ज से फ्री हो क्योंकि जिस कंपनी में कोई कर्ज नहीं होगा वह कंपनी आपको सबसे ज्यादा रिटर्न देगी.
कंपनी कर्ज में है या नहीं कैसे चेक करें?
इसको चेक करने के लिए आपको moneycontrol.com की वेबसाइट पर जाना होगा यहां पर आप किसी भी कंपनी के बारे में सारी जानकारी ले सकते हैं कि उस कंपनी ने कितना लोन लिया है और वह कंपनी कितने कर्ज में है.
Promoters should have higher stock at least 51%
जिस कंपनी में आप इन्वेस्ट कर रहे हो उस कंपनी के मालिक का 51% का शेयर होल्डिंग होना चाहिए हम जिस कंपनी में शेर को होल्ड कर रहे हैं उस कंपनी के मालिक का भी शेर उसी कंपनी में होना चाहिए कम से कम 51% क्योंकि अगर मालिक का ही शेर उसके अंदर नहीं होगा तो वह इन्वेस्टर के पैसे लेकर भाग भी सकता है इसीलिए उस कंपनी के मालिक का शहर भी होल्डिंग पर होना चाहिए कम से कम 51%.
Companies revenue and unit sales growth by 10% to 15%
इसमें कंपनी का रिवेन्यू और यूनिट सेल दोनों ही 10 से 15% बढ़नी चाहिए,
रेवेन्यू का मतलब होता है जो टोटल सेल हुई है वह इस साल ₹100 में बिका है तो अगले साल कम से कम ₹120 का बिकना चाहिए,
लेकिन आपको यह भी चेक करना है कि ऐसा ना हो कि सिर्फ प्राइस बढ़ रहा है प्राइस के साथ यूनिट सेल भी बढ़ना चाहिए क्योंकि अगर वह हर साल बढ़ता ही जा रहा है तो इसमें आपको सोचने की बात हो सकती है.
Net operating cash flow
इसका मतलब है कि आपकी कंपनी में हर साल जो केस आता है वह हर साल 20% पढ़ना चाहिए, Net operating cash flow का मतलब होता है कि बिजनेस से केस आना. इस पॉइंट में हमें ध्यान रखना है कि वह पैसा सिर्फ बिजनेस ही आना चाहिए ना कि लोन या फिर कोई अन्य प्रकार के कर्ज को लेकर.
Return on capital employed
यह भी आपको वेबसाइट में मिल जाएगा आप रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड को चेक करो 20% से ज्यादा होना चाहिए.
Return on capital employed क्या होता है?
Return on capital employed का मतलब होता है लोन और शेरहोल्डर फंड को जोड़ दिया जाता है उसे capital employed बोला जाता है
Return on Equity
यह भी 15% पर ईयर होनी चाहिए इसका मतलब है कि इसमें कर्ज का पैसा नहीं है इसमें सिर्फ शेरहोल्डर्स का पैसा है उसमें कोई लोन नहीं है.
अगर आपको किसी भी कंपनी के बारे में सारी जानकारी पानी है तो आप moneycontrol.com की वेबसाइट पर जाकर वहां से उस कंपनी के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं.
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी से आपको शेयर मार्केट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो गई होगी आप इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए किसी भी कंपनी में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं और मैं आपको आगे बताऊंगा कि आप हर मंथ ऐसे ही पी करके कैसे अपने पैसे को सही जगह पर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं और मोबाइल से आप किस एप के द्वारा इन्वेस्टमेंट करेंगे वह भी मैं आपको आगे पोस्टों में बताऊंगा.
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